एलजी विनय कुमार सक्सेना ने हाल ही एक मीटिंग के दौरान दिल्ली नगर निगम को अपने काम को आईटी सक्षम बनाने के लिए कहा है. उपराज्यपाल सक्सेना के अनुसार, पब्लिक इंटरफेस से जुड़े कार्यों को आईटी सक्षम बनाया जाए और उन्हें ऑनलाइन किया जाए ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत ना हो. एलजी सक्सेना ने शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक ली थी जिसमें निकायों को आईटी सक्षम बनाने की बात हुई थी.

उन्होंने जन्म, मृत्यु के रजिस्ट्रेशन को कम्युटरीकृत करने के साथ ही डेटाबेस को सरकार के अन्य विभागों के साथ लिंक करने ​के लिए कहा है. इसके तहत खाद्य सुरक्षा, पेंशन, मातृत्व लाभ और अन्य लाभकारी योजनाओं को जोड़ने के लिए कहा है ताकि जन्म और मृत्यु के समय स्वत: की जानकारियां अपडेट हो जाएं. इसके साथ ही आम लोगों पर केन्द्रित योजनाएं जैसे जन्म पंजीकरण, मृत्यु पंजीकरण, प्रॉपर्टी टैक्स, ई म्यूटेशन, पार्किंग शुल्क, लाइसेंस, विज्ञापन शुल्क, कचरा निस्तारण आदि को कम्प्यूटीकृत किए जाने की भी बात कही गई है ताकि सभी काम एक क्लिक पर हो सकें और जानकारी भी तुरंत मिल सके.

एलजी सक्सेना के अनुसार, यह सभी काम जुलाई अंत तक पूरे हो जाने चाहिए. उनके अनुसार इसके पीछे मुख्य उद्देश्य सभी कार्यों को मानव रहित बनाना है. साथ ही उनका बेहतर संचालन है. इसके साथ ही इससे ग​लतियों की संभावना भी कम रहेगी और आम लोगों को फायदा भी होगा. इसके साथ सभी काम आॅनलाइन होने से विभिन्न स्तर पर रहने वाली कमियां भी दूर हो जाएंगी. योजनाओं के बहाने लाभ कमाने वाले लोगों पर भी लगाम कसेगी.

इसके साथ ही जब एलजी सक्सेना को बताया ​गया कि 26 प्रतिशत तक डिलीवरी घरों में ही हो जाती है तो इस पर उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में जांच के लिए कहा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह पता लगाएं कि इसके पीछे कारण क्या है और किस इलाके में ऐसे केसेज ज्यादा हैं.