क्रिप्टोकरेंसी डॉजकॉइन के ट्रांजैक्शन ऑफलाइन भी हो सके, इसके लिए प्रयास शुरू हो गए हैं. इस काम को मूर्तरूप देने के लिए रेडियोडॉज नामक एक प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. डॉजकॉइन फाउंडेशन इस प्रोजेक्ट को चला रहा है. इसका मकसद ऐसे लोगों तक डॉजकॉइन को पहुंचाना चाहता है जो इंटरनेट के दायरे से बाहर हैं. हालांकि, फाउंडेशन ने यह नहीं बताया है कि रेडियोडॉज की शुरूआत कब तक होगी.
डॉजकॉइन फाउंडेशन के डेवलेपर्स मिची ल्यूमिन और टिमोथी स्टैबिंग ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि बिना इंटरनेट के डॉजकॉइन का लेनदेन करने में एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी SpaceX के Starlink सैटेलाइट नेटवर्क का प्रयोग किया जाएगा. इसके लिए एक रेडियोडॉज रीजनल हब (RadioDoge Regional Hub) बनाया गया है. इसी की मदद से नई तकनीक की टेस्टिंग की जाएगी.
बनाया है प्रोटोटाइप
ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है कि नई तकनीक की टेस्टिंग के लिए बनाए गए प्रोटोटाइप में एक वायर एंटीना और एक पेड़ शामिल है. रेडियोडॉज कम लागत वाली और विश्वसनीय रेडियो टेक्नोलॉजी है जो स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क के साथ मिलकर काम करेगी. मिची ल्यूमिन और टिमोथी स्टैबिंग का कहना है कि इस तरह का पहला ऑफलाइन ट्रांजैक्शन अमेरिका के कोलोराडो में मौजूद HF रेडियो से 150 से अधिक मील की दूरी पर रीजनल हब में ट्रांसमिट किया जाएगा.
कैसे करेगा काम
रीजनल हब से डॉजकॉइन ट्रांजैक्शन को स्टारलिंक सैटेलाइट का प्रयोग कर डॉजकॉइन टेस्टनेट पर भेजा जाएगा. रेडियोडॉज के अलावा डॉजकॉइन फाउंडेशन कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रहा है जिससे की डॉजकॉइन को लोकप्रिय बनाया जा सके. पिछले कुछ समय से डॉजकॉइन की लोकप्रियता में गिरावट आई है. यह क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से टॉप 10 से बाहर हो चुकी है.डॉजकॉइन को एक अन्य क्रिप्टोकरेंसी शिबा इनु (shiba inu) से कड़ी टक्कर मिल रही है. शिबा इनु को दो वर्ष पहले क्रिएट किया गया था और इसकी लोकप्रियता पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ी है. टेस्ला और SpaceX के प्रमुख एलन मस्क डॉजकॉइन के फैन हैं. वे अकसर डॉजकॉइन को लेकर ट्विट करते रहते हैं. उनके ट्विट का असर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर भी होता है.