अमेरिका ने आज से अपने 21 महीने लंबे कोविड प्रतिबंध को हटाकर ऐसे विदेशी यात्रियों को अमेरिका की यात्रा करने की अनुमति दी जिन्होंने कोरोना टीकाकरण पूरा कर लिया है. यह एक बहुप्रतीक्षित निर्णय था क्योंकि अमेरिकी अधिकारी को विदेशी यात्रियों के लिए प्रतिबंध हटाने का लंबे समय से इंताजार था. अमेरिका ने अब टीकाकरण में कोवैक्सिन को भी शामिल किया है.
प्रतिबंधों की वजह से अमेरिका में रहने वाले कई भारतीय कोविड के चलते भारत में फंस गए थे. यह प्रतिबंध तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2020 की शुरुआत में लगाया गया था. जब महामारी शुरू हुई थी और अब अंत में कोरोना महामारी की कई लहरों से लड़ने के बाद इसे वापस लिया जा रहा है. अमेरिका में प्रवेश करने के लिए नकारात्मक कोविड परीक्षण प्रमाण पत्र ले जाना भी अनिवार्य होगा.
इससे पहले बीते अक्तूबर को एक आदेश में व्हाइट हाउस ने कहा था कि आगामी आठ नवंबर से अमेरिका में प्रवेश करने की इजाजत होगी. पूरी तरह से टीका लगाए गए विदेशी आगंतुक आठ नवंबर से अमेरिका में प्रवेश कर सकेंगे.
कुछ महत्वपूर्ण बातें जो आपको जानना आवश्यक है-
केवल पूरी तरह से टीका लगवा चुके यात्रियों को ही अमेरिका की यात्रा करने की अनुमति होगी.
यात्रियों को उड़ान में चढ़ने से पहले नकारात्मक कोरोना वायरस परीक्षण का प्रमाण साथ रखना होगा.
यात्रियों को अपने टीकाकरण की स्थिति एयरलाइनों को दिखानी होगी जो नाम और जन्म तिथि से मेल खाती हो, ताकि यह पुष्टि हो सके कि कोई भी किसी और का टीकाकरण प्रमाण पत्र नहीं ले जा सकता है.
सभी एफडीए और डब्ल्यूएचओ अनुमोदित टीके अमेरिकी अधिकारियों द्वारा मान्यता प्राप्त हो. और इसमें भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन भी शामिल है क्योंकि वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ द्वारा आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है.
अमेरिका कनाडा और मैक्सिको के साथ लगी अपनी जमीनी सीमाओं को भी टीकाकृत लोगों के लिए फिर से खोलेगा.
केवल पूरी तरह से टीकाकरण वाले यात्रियों को अनुमति देना लगभग एक वैक्सीन पासपोर्ट जारी करने जैसा है और यह शर्त कई देशों के लोगों को छोड़ देगी. सरकार ने कहा कि मानवीय या आपातकालीन कारण होने पर वह उन देशों के यात्रियों पर विचार करेगी.